किसान विरोधी कानूनों के विरूद्ध आंदोलन कर रहे हरियाणा एवम् पंजाब के किसानों ने घोषणा की हुई है कि वो किसी भी सत्ता पक्ष के विधायक या नेता को अपने क्षेत्र में नहीं आने देंगे। इसी घोषणा के चलते गत दिनों जब टोहाना क्षेत्र के जेजेपी विधायक देवेंद्र बबली का काले झंडे दिखाकर विरोध किया गया तो विधायक को गुस्सा आ गया और आपे से बाहर होकर उसने किसानों को मां बहन की गालियां सुना दी।। इसके बाद विधायक द्वारा सदर थाना में किसानों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसके आधार पर पुलिस ने तीन किसानों को सुबह सवेरे उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश टिकैत तथा योगेंद्र यादव ने इसे किसानों की अस्मिता पर हमला बताते हुए घोषणा कर दी कि शनिवार 5 जून को वो हज़ारों किसानों के साथ खुद को गिरफ्तारी के लिए प्रस्तुत करेंगे और देखेंगे कि हरियाणा सरकार की जेलो में कितने किसानों को गिरफ्तार करके रखने की जगह है।। अभी तक की रिपोर्ट्स के अनुसार टोहाना स्थित नई अनाज मंडी में किसानों का समूह एकत्र है और नेताओ द्वारा सरकार को गिरफ्तार करने की चुनौती दी जा रही है।। सरकार की ओर से पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति को देखते हुए बीस कम्पनी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई हैं तथा रेपिड एक्शन फोर्स भी लगाई गई है जिससे कस्बे की शांति व्यवस्था कायम रखी जा सके। यद्धपि किसान नेताओ द्वारा शांति पूर्वक आंदोलन करने की अपील भी की गई हैं तथा किसानों द्वारा किसी प्रकार के उपद्रव का कोई समाचार नहीं है।
राकेश टिकैत ने अधिकारियों को चुनौती देते हुए सभी उपस्थित किसानों की पक्की गिरफ्तारी तथा वारंट के साथ गिरफ्तार करने की चुनौती देते हुए बताया कि सरकार किसान आंदोलन को जींद या हिसार तक सीमित करने की साज़िश रच रही है जिससे दिल्ली की सरहदों पर चल रहा धरना वहां से हटाया जा सके।। दूसरी ओर जे जे पी विधायक देवेंद्र बबली द्वारा सार्वजनिक माफी मांगने से कम पर किसान टोहाना आंदोलन समाप्त न करने का मन बनाकर बैठे हैं।। देखना होगा कि फिलहाल बैकफुट पर आईं मनोहर खट्टर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार किस प्रकार समस्या का समझदारी से कोई हल निकालती हैं या टकराव मोल लेती हैं ?
19 नवम्बर सुबह नौ बजे भारत के अभी सूचना और प्रसारण माध्यमों पर भारतीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अवतरित हुए। आशा की जा रही थी कि श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की शुभकामनाए देने के लिए उनका संबोधन होगा क्योंकि शीघ्र ही पंजाब में चुनाव भी होने है।हालांकि उससे दो दिन पहले ही उनके निकटतम माने जाने वाले अमित शाह ने करतार पुर कॉरिडोर को दोबारा शुरू करने की घोषणा कर दी थी। ...
21 नवम्बर 2021 भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा खेती विरोधी कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद आज दिल्ली सरहद स्थित किसान आंदोलन स्थल पर श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव के उल्लास में शोभा यात्रा निकाली गई और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आपसी चर्चा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। ...
भारत ! एक देश जिसे दुनियां उसकी सॉफ्ट पॉवर, सर्वधर्म समभाव, लोकतंत्र और समाजिक सौहार्द के कारण आदर सम्मान की नज़रों से देखती थी। ...
बीती रात दिल्ली हरियाणा बॉर्डर स्थित सिंघु बॉर्डर किसान मोर्चा स्थल से एक युवक का शव पुलिस बेरीकेट पर लटका हुआ पाया गया जिसे धारदार हथियारों से मारे जाने के साक्ष्य प्रथम दृष्टया प्राप्त हुए है। ...
किसान आंदोलन और सरकार की साजिशें दोनों आमने सामने अपनी अपनी चाले चल रही है लेकिन हरियाणा के जाट समुदाय की दहिया खाप ने बीजेपी द्वारा फुट डालो राज करो की नीति का उत्तर अनाज से भरी ट्रॉलियां भेज कर दिया।। ...
भारत सरकार द्वारा पारित तीन किसान विरोधी कानूनों के विरूद्ध आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा विरोध दिवस।
किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने के साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 26 मई को काला दिवस मनाया जा रहा है। ...
छह महीने से दिल्ली की सरहदों पर आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा आंदोलन को फिर से नई ऊर्जा देने की तैयारी ...
हमे भूल तो नहीं गए ? बेशक बच्चे भूल जाए लेकिन मां बाप दुख सहकर भी बच्चो के लिए कुर्बानियां करते हैं।
बेमौसम बरसात के कारण किसान आंदोलन स्थल पर परेशानियां बढ़ी लेकिन उससे ज्यादा दुखद सरकार, मीडिया और दिल्ली वासियों द्वारा नजरंदाज किया जाना है। ...
बंगाल इलेक्शन के रिजल्ट्स और किसान आंदोलन का सम्बन्ध एवम् भविष्य के सम्भावित बदलाव की आहट। ...
गर्मियों के मौसम में घोड़ों को होने वाली परेशानी के कारण निहंग साहेबान द्वारा दिल्ली पुलिस से बेरीकेट्स हटाने की मांग पर विचार के लिए अधिकारी तैयार।। ...
हरियाणा पंजाब बॉर्डर से किसान यूनियन उग्रहां की अपील पर हज़ारों किसानों का दिल्ली की ओर मार्च ...
गाजीपुर बॉर्डर स्थित किसान आंदोलन स्थल पर तेज आंधी के कारण कई तम्बू तथा डेरे गिर गए । ...
वैसाखी नववर्ष पर किसान आंदोलन स्थल पर अपनी मजबूरी का उत्सव मनाते किसान ...
रात भर किसान आंदोलन को केएमपी पेरीफेरल रोड पर जीवित रखने की जद्दोजहद में डटे हुए किसान। ...
किसानों द्वारा कुंडली मानेसर रोड जाम किया गया। ...
आज कुंडली बॉर्डर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में शनिवार 10 अप्रैल को केएमपी पेरीफेरल रोड को 24 घंटे के लिए जाम करने की घोषणा की गई। ...
करोना के नाम पर किसान आंदोलन को समाप्त कराने की योजना सफल या असफल ...
कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित विशेष प्रेस कांफ्रेंस में किसान नेता उग्राहां साहब ने सरकार को सीधी चुनौती देते हुए संसद घेराव की घोषणा कर दी। ...
कड़कड़ाती सर्दी और बारिश के साथ बर्फीली हवाओं और जीत चुके किसान अब दिल्ली की सरहदों पर अपने मोर्चो से गर्मी को चुनौती देने के लिए भी तैयार है। ...
दिल्ली की सरहदों पर चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने हेतु एक ओर स्थानीय निवासी भी आते है तो विदेशो में रहने वाले भारतीय जिनकी आत्मा में भारत की मिट्टी की सौंधी खुशबू महकती है वो भी निरन्तर साथ खड़े होकर अपना समर्थन देते है। ...
भारत उत्सवों और तीज त्यौहारों का देश है और ऐसे में होली को विशेष दर्जा केवल इसलिए दिया जाता हैं क्योंकि एक ओर तो सर्दी की विदाई होती हैं तो दूसरी ओर लहलहाती फसलें किसानों को आर्थिक संबल देने के लिए पुकार रही होती हैं। इस वर्ष की होली किसानों के बीच, किसानों के साथ। ...